अंतधार्मिक शादी और दो मौतें
श्रावस्ती के धन्नीडीह गांव में कुछ दिनों पहले एक अंतधार्मिक विवाह के बाद हंगामा, तोड़फोड़, यौन हिंसा का मामला अभी ठंडा भी नहीं पडा है कि एक और घटना सामने आयी है। यह मामला पड़ोसी जिले बहराइच के पयागपुर थाने का है।
विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के मुताबिक यह मामला भी अंतधार्मिक विवाह का है। बीडीसी सदस्य आज़ाद अहमद अंसारी उर्फ गुड्डू श्रावस्ती जिले के भिनगा के गांव कन्ननपुर नौशरवा का रहने वाला था। वह पहले से शादीशुदा था। उसने तीन साल पहले बहराइच के इमलियागंज की रहने वाली और लेखपाल कृपाराम मौर्य की बेटी नीतू से दूसरी शादी कर ली थी। यह शादी कोर्ट में कानून के मुताबिक हुई। रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा के मुताबिक, बाद में नीतू ने धर्म परिवर्तन भी कर लिया और इन दोनों का निकाह भी हो गया। नीतू, शबाना हो गयी।
कुछ रोज़ पहले नीतू की मां, इनके पास आयीं। उन्होंने अपने दामाद से कहा कि वे नीतू को ले जाना चाहती हैं और वो बाद में आकर उसे विदा कराकर ले जाये। शनिवार को आज़ाद अपने दोस्त और शिक्षा मित्र असलम के साथ नीतू की रुख्सती के लिए इमलियागंज गया। खबर के मुताबिक, गांव वालों ने इन दोनों पर हमला कर दिया। इनकी इतनी पिटाई हुई कि वे मर गये।
इनकी मौत के बाद नीतू के पिता लेखपाल कृपाराम ने पयागपुर थाने में तहरीर दी कि चार नौजवान उसके घर में चोरी करने के इरादे से घुसे थे। हंगामा करने के बाद गांव वाले इकट्ठा हो गये। चार में से दो नौजवान पकड़े गये, जिनकी पिटाई की वजह से मौत हो गयी। इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की दफा 380 के तहत क्राइम नम्बर 278-07 में मुकदमा दर्ज़ कर लिया।
पोस्टमार्टम के बाद, दोनों युवकों का शव इतवार को उनके गांव कन्ननपुर नौशरवा में पुलिस बंदोबस्त के बीच दफनाया गया। रोज़नामा सहारा के मुताबिक, आज़ाद की पहली बीवी ने बताया कि उसके शौहर ने उसकी इजाज़त के बाद दूसरी शादी की थी। दोनों खुशीखुशी रह रहे थे। उसका इलज़ाम है कि कृपाराम की बीवी ने धोखे से उसे मरवा डाला। आज़ाद के मां-बाप ने भी अपनी बहू की बात की तस्दीक की है।
सोमवार को जब यह ख़बर अलग-अलग अख़बारों में अलग तरीके से छपी तब जाकर इस घटना के बारे में लोगों को पता चला। अलग अलग स्रोत, खबर की जानकारी अलग-अलग तरीके से दे रहे हैं। वैसे में ख़बर की सचाई तक पहुंचना टेढ़ी खीर है। हालांकि बाद में सोमवार को ही पुलिस ने इस पूरी घटना को हत्या के रूप में दर्ज़ कर लिया। पर सवाल जस का तस है कि क्या पसंद की शादी करना। कानून के मुताबिक शादी करना, गुनाह है जिसकी सज़ा मौत, हिंसा, यौन हिंसा है।
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