गाजा की औरतों का संदेसा

दुनिया भर की सारी औरतों के लिए मुहब्बत और एहतराम के साथ मैं गाजा यह खास संदेसा भेज रही हूँ. यहाँ के मुतानिक ११ बजे, यानी अभी से कुछ घंटे बाद गाजा की कई औरतीं और बच्चे इस खास दिन को मनाने अनाम फौजी के चौक पर इकठ्ठा होंगे . वे अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी और खास कर औरतों से यह अपील करेंगे कि वे फिलस्तीन के बच्चों और औरतों पर रोज़-रोज़ ढाए जा रहे जुर्मों के बारे में इस खास रोज़ खामोश न रहें. हम पूरी दुनिया को यह बताना चाहते हैं कि दीवारों से घेर कर या हमारे ख़िलाफ़ लगातार मिलिटरी ज़ुल्म से इसराइल महफूज़ नहीं होगा. सबके लिए सुरक्षा इंसाफ कि बुनियाद पर गढ़ी गई शान्ति से ही हो सकती है और इन्साफ का मतलब है फिलिस्तेनी लोगों के इज्ज़त और बराबरी के साथ रहने के हक को कबूल किया जाना.....

गाज़ा से मैं आप सब से अपने लिए समर्थन और सहारा मांगती हूँ. अपनी सरकारों से कहिए कि वे गाजा पर कसी गई इस गिरफ्त को फौरन ख़त्म करने को कदम उठाएं.
गाजा में हमारे पास इतने ख़ूबसूरत फूल हैं कि हम उन्हें आपको भेज सकते तो दिली खुशी होती लेकिन सीमाएं सील कर दी गई है और इस वजह से हम अपने फूल आप तक भेज नही सकते!!!! इस दरम्यान लोग इतने उदास और नाउम्मीद और सबसे बढ़ कर इतने फटेहाल हो चुके है कि वे रोमानी फूलों की सोच भी नहीं सकते.

लेकिन गाजा में मोमबत्तियां बहुत लोकप्रिय हो गई है क्योंकि यहाँ बिजली की सप्लाई नही है. हमारे बच्चों को पीने का साफ पानी मयस्सर नहीं और भी बहुत सी चीज़ें जो उनके सेहतमंद बनाने को ज़रूरी हैं.

मेरा ढेर सा प्यार और औरतों के दिन की मुबारकबाद

मोना एल फर्रा
From Gaza with Love

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